हनुमान जयंती २०२३ (Hanuman Jayanti 2023 Date, Day, Shubh Muhurt): हनुमान जयंती, शब्दों से ही तात्पर्य स्पष्ट है। वह दिन जिसे श्रीराम भक्त हनुमान जी के जन्म-तिथि के रूप में मनाया जाता है। यह एक हिन्दू पर्व है और वर्ष में दो बार मनाया जाता है। जिसमें से वर्ष का पहला हनुमान जन्मोत्सव (Hanuman Janmotsav) चैत्र मास (अँग्रेज़ी कैलेंडर के अनुसार मार्च-
हरियाली तीज (Hariyali Teej) उत्तर भारतीय राज्यों, विशेष रूप से राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड में महिलाओं द्वारा तीज उत्सव (Teej Utsav) बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। हरियाली तीज एक विशेष तीज है क्योंकि यह श्रावण मास के दौरान आती है। सावन के आते ही बरखा की रिमझिम फुहारों से धुलकर सारी धरती हरी चुनर ओ
नाग पंचमी (Nag Panchami) हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का महीना व्रत और त्योहारों का महीना (Vrat aur Tyohar ka mahina) है। इस पवित्र महीने में शिवरात्रि (Shivratri), हरितालिका तीज (Haritalika teej), नाग पंचमी (Nag Panchami), और रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) जैसे कई त्योहार मनाए जाते है। सावन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी (Nag Panchami) के रूप में मनाया जाता है। आमतौ
गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) आध्यात्मिक गुरू के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है। इस दिन गुरुओं की पूजा (Guru ki Puja) करने की परंपरा है। हिंदू धर्म में गुरु को ब्रह्मा (Lord Brahma), विष्णु (Lord Vishnu) और महेश (Lord Mahesha) के समान माना गया है तो गुरु की पूजा मतलब त्रिदेव की अराधना (Tridev ki Aaradhana) है। गुरू पूर्णिमा ईश्वर स्
जगन्नाथ पूरी रथ यात्रा (Jagannatha Puri Ratha Yatra) रथ यात्रा (Puri Rath Yatra) एक बहुत बड़ा हिंदू त्योहार है और यह हर साल पुरी, ओडिशा, भारत में प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर (Jagannatha Temple) में आयोजित किया जाता है। रथ यात्रा का दिन हिंदू चंद्र कैलेंडर के आधार पर तय किया जाता है और यह आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष के दौरान द्वितीया तिथि को मनाया जा
बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) वैशाख माह के दौरान बुद्ध पूर्णिमा को गौतम बुद्ध की जयंती (Gautam Buddha ki Jayanti) के रूप में मनाया जाता है। गौतम बुद्ध (Gautam Buddha) जिनका जन्म नाम सिद्धार्थ था गौतम एक आध्यात्मिक शिक्षक थे जिनकी शिक्षाओं पर बौद्ध धर्म की स्थापना (Bodh Dharam ki Sthapana) हुई थी। गौतम बुद्ध के जन्म और मृत्यु का समय अनिश्चित है। ह
परशुराम जयंती (Parshuram Jayanti) परशुराम जयंती भगवान विष्णु के छठे अवतार की जयंती के रूप में मनाई जाती है। यह वैशाख मास की शुक्ल पक्ष तृतीया को पड़ता है। ऐसा माना जाता है कि परशुराम का जन्म (Bhagwan PashuRam ka Janam) प्रदोष काल के दौरान हुआ था और इसलिए जिस दिन प्रदोष काल के दौरान तृतीया होती है, उस दिन को परशुराम जयंती (Bhagwan Parhuram Jayanti) सम
नवरात्रि (Navratri) दुर्गा पूजा (Durga Puja) का त्यौहार हमारे भारतवर्ष में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्यौहार के मनाए जाने के पीछे का कारण महिषासुर का अंत है। जिस दिन देवी दुर्गा (Devi Durga) ने अत्याचारी और अहंकारी दानव महिषासुर का वध (Mahisasur Vadh) किया था, उसी दिन को हम विजयादशमी (Vijaya Dashmi) के नाम से अथवा दुर्गा पूजा के नाम से जा
कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) श्री कृष्ण का जन्म (Bhagwan Shir Krishn ka Janam) भाद्रपद मास में रोहिणी नक्षत्र की अंधेरी रात में तथा अष्टमी तिथि को हुआ था। अष्टमी के दिन जन्म लेने के कारण ही भगवान श्री कृष्ण के जन्म दिवस को कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) नाम दिया गया ।कृष्ण जन्माष्टमी प्रमुख हिंदू त्योहारों में से एक है। पूरे भार
छठ पूजा (Chhath Puja) छठ पूजा कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि को मनाया जाने वाला एक पर्व है। छठ पूजा के दिन भगवान सूर्य की पूजा (Bhagwan Surya ki Puja) की जाती है। कार्तिक माह में दीपावली (Deepawali) मनाए जाने के पश्चात शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को यह पर्व मनाए जाने के कारण इसका नाम छठ पर्व अथवा छठ पूजा पड़ा। छठ पूजा की शुरुआत बिह