कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) वैदिक पंचांग के अनुसार वर्ष का आठवां महीना कार्तिक, सबसे पवित्र महीना माना गया है। कार्तिक माह की पूर्णिमा को देव-दीवाली (Dev Diwali) का अंतिम पर्व माना गया है। कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) विशेषकर स्नान, दान, तप व तुलसी पूजा (Tulsi Puja) का पर्व है। इस पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima), देव पूर्णिम
धनतेरस (Dhanteras) दीपावली से दो दिन पूर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस (Dhanteras) का पर्व मनाया जाता है। समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को भगवान धन्वन्तरि (Bhagwan Dhanvantari) अमृत का स्वर्णकलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन धनतेरस (Dhanteras) के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इस द
अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) वैदिक कलेंडर के भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को भगवान विष्णु (Vishnu Bhagwan) के अनंत स्वरूप और माता लक्ष्मी (Laxmi Mata) रक्षा सूत्र अर्पित कर उसे बांधने की पूजा को अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) या अनंत चौदस कहा जाता है। क्यों मनाया जाता है अनंत चतुर्दशी (Why is this Anant Chaturdashi celebrated) रोग-दोष एवं अन्य व्याधि
राधाष्टमी (Radhashtami) राधाष्टमी भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की ही तरह पवित्र त्यौहार है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पन्द्रह दिन बाद भाद्रपद की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को श्रीकृष्ण की प्रिय सखी एवं अधिष्ठात्री श्रीराधाजी का जन्म हुआ था। श्रद्धालु इस दिन अपनी आराध्य देवी राधारानी का जन्मदिन पूर्ण श्रद्धा-भक्ति के
विश्वकर्मा पूजा (Vishwakarma Puja) विश्वकर्मा पूजा या विश्वकर्मा जयंती महोत्सव का आयोजन भगवान विश्वकर्मा जी के प्राकट्य अवसर अर्थात् जन्मदिन के अवसर पर किया जाता है। जन्म तिथि का विवरण (Date of birth details of Lord Vishwakarma) विश्वकर्मा पूजा भारतीय कैलेंडर के अनुसार कन्या संक्रांति को मनायी जाती है। माना जाता है कि भगवान वि
वट सावित्री पूजा और व्रत का महत्त्व (Importance of Vat Savitri Puja): हिंदू धर्म (Hindu Dharam) में वट सावित्री पूजा (Vat Savitri Puja)और व्रत का विशेष महत्त्व है। मान्यता है कि, वट वृक्ष की पूजा करने से और वटसावित्री का व्रत रखनेवाली स्त्रियों के पति की आयु में वृद्धि होती है और पति पर आए संकट टल जाते हैं, पति को हर कार्य में सफ़लता मिलती है। इसके अ
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritya) अक्षय तृतीया जिसे आखा तीज (Akha Teej) के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू समुदायों के लिए अत्यधिक शुभ और पवित्र दिन है। यह वैशाख मास की शुक्ल पक्ष तृतीया को पड़ता है। रोहिणी नक्षत्र के दिन बुधवार के साथ पड़ने वाली अक्षय तृतीया (Akshay Tritya) को बहुत शुभ माना जाता है। अक्षय (अक्षय) शब्द का अर्थ है कभी क
हनुमान जयंती Hanuman Jayanti 2025 Date and Shubh Muhurt हनुमान जयंती, वह दिन जिसे श्रीराम भक्त हनुमान जी के जन्म-तिथि के रूप में मनाया जाता है। यह एक हिन्दू पर्व है और वर्ष में दो बार मनाया जाता है। जिसमें से वर्ष का पहला हनुमान जन्मोत्सव (Hanuman Janmotsav) चैत्र मास (अँग्रेज़ी कैलेंडर के अनुसार मार्च-अप्रैल का महीना) की पूर्णिमा तिथि को मन
हरियाली तीज (Hariyali Teej) उत्तर भारतीय राज्यों, विशेष रूप से राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड में महिलाओं द्वारा तीज उत्सव (Teej Utsav) बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। हरियाली तीज एक विशेष तीज है क्योंकि यह श्रावण मास के दौरान आती है। सावन के आते ही बरखा की रिमझिम फुहारों से धुलकर सारी धरती हरी चुनर ओ
नाग पंचमी (Nag Panchami) हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का महीना व्रत और त्योहारों का महीना (Vrat aur Tyohar ka mahina) है। इस पवित्र महीने में शिवरात्रि (Shivratri), हरितालिका तीज (Haritalika teej), नाग पंचमी (Nag Panchami), और रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) जैसे कई त्योहार मनाए जाते है। सावन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी (Nag Panchami) के रूप में मनाया जाता है। आमतौ