Saturday, June 14

तुलसी आरती (Tulsi Aarti)

tulsi aarti

तुलसी आरती (Tulsi Aarti)

जय जय तुलसी माता, नमो नमो तुलसी माता।
सत्य सनातन तेरी कथा, जय जय तुलसी माता।।

श्रीहरि के सिर पर बिराजे, ब्रह्मा रूप तुम्हारा।
सब देवों में श्रेष्ठ तुम, पूजें तुझे जग सारा।

जय जय तुलसी माता, नमो नमो तुलसी माता।।

लक्ष्मी का तुम रूप अनोखा, विष्णु प्रिय तुम्हारा।
पाप हरो, सुख संपत्ति दो, तारण तारण हारा।

जय जय तुलसी माता, नमो नमो तुलसी माता।।

हर संकट को दूर भगाती, सबके दुख हरती।
जो भी सच्चे मन से ध्यावे, उसकी सुधि धरती।

जय जय तुलसी माता, नमो नमो तुलसी माता।।

धूप, दीप और जल अर्पण, जो भक्त करे सच्चा।
उसके घर में सुख ही सुख हो, कष्ट न कोई बच्चा।

जय जय तुलसी माता, नमो नमो तुलसी माता।।

पाप, ताप और संकट हरती, तुलसी माँ तेरी माया।
हर आँगन में रहे हरियाली, दुख न पास में आया।

जय जय तुलसी माता, नमो नमो तुलसी माता।।

सत्य सनातन तेरी कथा, जय जय तुलसी माता।
जय जय तुलसी माता, नमो नमो तुलसी माता।।

तुलसी आरती का अर्थ (Meaning of Tulsi Aarti)

तुलसी आरती का भावार्थ यह है कि तुलसी माता (Tulsi Mata) को भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) की प्रिय और देवी लक्ष्मी (Devi Lakshmi) का रूप माना गया है। उनकी पूजा से पाप, ताप और संकट दूर होते हैं, और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। तुलसी माता भक्तों के दुख हरती हैं और उनकी हरियाली से घर-आँगन पवित्र और शांतिमय बनता है। सच्चे मन से उनकी आराधना करने वाले को हमेशा उनका आशीर्वाद मिलता है, और उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।

तुलसी आरती का महत्व (Importance of Tulsi Aarti)

  1. धार्मिक दृष्टिकोण: तुलसी माता को हिंदू धर्म में पवित्रता और शुभता का प्रतीक माना गया है। भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की पूजा में तुलसी का विशेष महत्व है।
  2. आध्यात्मिक लाभ: तुलसी आरती करने से मन को शांति मिलती है और मानसिक संतुलन बना रहता है। यह आरती नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है।
  3. स्वास्थ्य लाभ: तुलसी को आयुर्वेद में औषधीय पौधे के रूप में मान्यता प्राप्त है। आरती करने के दौरान तुलसी के संपर्क में रहने से सकारात्मक ऊर्जा और स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
  4. पारिवारिक कल्याण: तुलसी आरती करने से परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

तुलसी आरती की विधि (Method of Tulsi Aarti)

  1. स्थान की शुद्धि: तुलसी आरती करने से पहले पूजा स्थल और तुलसी के पौधे की शुद्धि करें।
  2. तुलसी पूजन सामग्री: दीपक, धूप, अक्षत, पुष्प, गंगाजल, और तुलसी के पत्ते।
  3. आरती की शुरुआत: दीप प्रज्वलित करें और तुलसी माता के समक्ष इसे रखें।
  4. मंत्र उच्चारण: "ॐ तुलस्यै नमः" मंत्र का उच्चारण करते हुए तुलसी माता की परिक्रमा करें।
  5. आरती गाएं: तुलसी आरती गाते समय शंख और घंटी बजाएं।

तुलसी आरती के लाभ (Benefits of Tulsi Aarti)

  1. धार्मिक लाभ: भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
  2. शारीरिक लाभ: तुलसी के आसपास आरती करने से वातावरण शुद्ध होता है और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  3. मानसिक लाभ: तुलसी आरती से मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
  4. आध्यात्मिक लाभ: यह आरती आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष की ओर प्रेरित करती है।

तुलसी आरती के नियम (Rules of Tulsi Aarti)

  1. समय का ध्यान: तुलसी आरती प्रातःकाल और सायंकाल के समय करें।
  2. शुद्धता बनाए रखें: पूजा करने से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  3. तुलसी के पत्ते तोड़ने का नियम: रविवार और संध्या के समय तुलसी के पत्ते न तोड़ें।
  4. आचरण की शुद्धता: आरती के समय मन और वाणी को पवित्र रखें।

तुलसी आरती का सर्वोत्तम समय (Best time for Tulsi Aarti)

तुलसी आरती (Tulsi Aarti) के लिए प्रातःकाल (सूर्योदय के समय) और सायंकाल (सूर्यास्त के समय) सबसे उपयुक्त माने गए हैं। इन समयों पर आरती करने से वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।

FAQs (तुलसी आरती से जुड़े प्रश्न)

प्रश्न 1: तुलसी आरती कब और क्यों की जाती है?
उत्तर: तुलसी आरती प्रातःकाल और सायंकाल की जाती है। यह आरती भगवान विष्णु और तुलसी माता की कृपा प्राप्त करने और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए की जाती है।

प्रश्न 2: तुलसी आरती के दौरान किन मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए?
उत्तर: "ॐ तुलस्यै नमः" या "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जाप तुलसी आरती के दौरान करना शुभ होता है।

प्रश्न 3: क्या तुलसी आरती के लिए विशेष सामग्री की आवश्यकता होती है?
उत्तर: हां, तुलसी आरती के लिए दीपक, धूप, पुष्प, गंगाजल, और तुलसी के पत्तों की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 4: क्या रविवार को तुलसी पूजा की जा सकती है?
उत्तर: हां, पूजा की जा सकती है, लेकिन तुलसी के पत्ते रविवार को नहीं तोड़े जाते।

प्रश्न 5: क्या तुलसी आरती से स्वास्थ्य लाभ होता है?
उत्तर: जी हां, तुलसी आरती से वातावरण शुद्ध होता है, जिससे स्वास्थ्य और मानसिक शांति मिलती है।

पूरब पश्चिम विशेष -

Shri Krishna Aarti   |   Vivah Panchami   |   Radhashtami

  • Share: