06
Julदेवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) सनातन परंपरा में बेहद महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के क्षीरसागर में योग निद्रा में जाने का समय होता है। योगनिद्रा में जाने के पश्चात अगले चार माह तक भगवान विष्णु आराम करते हैं जिसे चातुर्मास कहा जाता है। इसके बाद देवउठनी एकादशी पर उनका विश्राम पूर्ण हो जाता है, देवउठनी एकादशी पर भगवान योगनिद्रा से उठकर सभी भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं और इस सृष्टि का संचालन करते हैं।
10
Julआषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) के दिन के रूप में जाना जाता है। परंपरागत रूप से यह दिन गुरु पूजा या गुरु पूजा के लिए आरक्षित है। इस दिन शिष्य पूजा करते हैं या अपने गुरुओं को सम्मान देते हैं। गुरु का तात्पर्य आध्यात्मिक मार्गदर्शक से है जो अपने ज्ञान और शिक्षाओं से शिष्यों को प्रबुद्ध करता है।
27
Julतीज उत्सव उत्तर भारतीय राज्यों, विशेषकर राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड में महिलाओं द्वारा बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। सावन और भाद्रपद महीनों के दौरान महिलाओं द्वारा मनाई जाने वाली तीन प्रसिद्ध तीजें हैं हरियाली तीज, कजरी तीज, हरतालिका तीज।
29
Julनाग पंचमी श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन नाग देवता की पूजा कर उन्हें दूध अर्पित किया जाता है। नाग पंचमी का पर्व सांपों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और प्रकृति के संरक्षण का संदेश देता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस दिन पूजा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति और परिवार की सुरक्षा होती है। यह दिन विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में उत्साहपूर्वक मनाया जाता है।